कहते हैं
दिल्ली (Delhi) दिल वालों का शहर है और इस बात सबूत हमारे इतिहास (History) में आज भी जिन्दा हैं।
दिल्ली (Delhi) बहुत लम्बे समय से सबके दिलों पर ही नहीं बल्कि पूरे भारत (India) पर राज करती आयी है और इसी वजह से यहाँ हमारे इतिहास की झलक हर कोने कोने में दिखाई देती है। अगर आप
दिल्ली (Delhi) में हैं और घूमने के शौक़ीन हैं तो आपकी नज़र यहाँ की ऐतिहासिक खूबसूरती को देखे बिना कैसे रह सकती है। दिल वालों की
दिल्ली (Delhi) के सफर को और यादगार बनाने में हमारी ये पोस्ट आपकी बहुत मदद करेगी। आइये जानते हैं
दिल्ली के मुख्य ऐतिहासिक स्थलों (Historical Places) के बारे में।
दिल्ली आये हैं तो इन ऐतिहासिक स्थलों पर घूमना नहीं भूलें।- Historical Places To Visit In Delhi
 |
Humayun Ka Maqbara |
लाल क़िले (Lal Qila) से चंद क़दमों की दूरी पर स्थित
ज़ामा मस्जिद (Jama Mosque) भारत की सबसे बड़ी मस्जिद है। इस मस्जिद का निर्माण शाहजहाँ (Shahjahan) ने सं 1650 में कराया था। लाल पत्थर और संगमरमर से बानी इस मस्जिद को बनने में लगभग 6 साल का समय लगा था।
 |
Jama Masjid |
गुरुद्वारा बंगला साहिब (Gurudwara Bangla Sahib) दिल्ली के महत्वपूर्ण गुरुद्वारों में से एक है जिसे जयपुर के राजा जयसिंह ने बनवाया था। यहाँ सिखों के आठवें गुरु हरकिशन सिंह ने रहकर चेचक और हैज़ा के मरीजों का इलाज किया था और तब से यह जगह सिखों और हिन्दुओं की आस्था का प्रतीक बन गयी है।
 |
Gurudwara Bangla Sahib |
गुरुद्वरा सीसगंज साहिब (Gurudwara Sisganj Sahib) सिखों के नौंवे गुरु श्री गुरु तेगबहादुर जी के बलिदान का प्रतीक है। औरंगजेब द्वारा गुरु तेगबहादुर जी को धर्मान्तरण का विरोध करने के कारण मौत के घाट उतर दिया गया था जिसके बाद उनके शिष्यों ने तेगबहादुर जी के शरीर का अंतिम संस्कार किया।
 |
Gurudwara Sisganj Sahib |
तीन मूर्ति भवन (Teen Murti Bhavan)-
तीन मूर्ति भवन (Teen Murti Bhavan) भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू (Pandit Jawaharlal Nehru) का आवास था जिसे बाद में संग्रहालय (Museum) का रूप दे दिया गया। यहाँ नेहरू जी से जुडी चीजों की झलकियां देखने को मिलती हैं।
प्रथम विश्व युद्ध (First World War) में प्राण गँवा चुके भारत के सैनिकों की याद में बना यह मेमोरियल (Memorial) भारत के लिए गर्व का प्रतीक है। यहाँ एक अखंड ज्योति सैनिकों की याद में प्रज्वलित है।
 |
India Gate |
तीन बड़े दरवाज़ों वाला
पुराना क़िला (Purana Qila) यमुना नदी के किनारे पर स्थित है। इसका निर्माण शेरशाह सूरी (Sher Shah Suri) ने कराया था। हिन्दू साहित्य के अनुसार इस जगह पांडवों की राजधानी इंद्रप्रस्थ (Indraprastha) हुआ करती थी। हुमांयू की मृत्यु इसी क़िले में गिरने के कारण हुई थी।
 |
Purana Qila |
सफ़दरजंग का मक़बरा (Safderjang's Tomb) अंतिम मुग़ल बादशाह मोहम्मद शाह के प्रधानमंत्री सफदरजंग की याद में बनवाया था। यहाँ सफ़दरजंग और उनकी बेगम की कब्रें हैं। मक़बरे की वास्तुकला मुग़ल कालीन शैली का नायब नमूना है।
 |
Safdarjang Tomb |
तुग़लक़ाबाद फोर्ट (Tuglaqabad Fort)-
तुग़लक़ाबाद का किला (Tughlaqabad Fort) दिल्ली के मुख्य क़िलों में से एक है। इसका निर्माण तुगलक वंश के शासकों ने कराया था।
दिल्ली स्थित के मध्य में स्थित
राष्ट्रपति भवन (Rastrapati Bhavan) किसी भी राष्ट्राध्यक्ष के निवास में सबसे बड़ा है। इसका निर्माण अंग्रेजों ने कराया था तब यह गवर्नर जनरल हाउस या वायसराय हाउस के नाम से जाना जाता था।
 |
Rashtrapati Bhavan |
संसद भवन (Sansad Bhavan) वृत्ताकार आकृति में बना हुआ विशाल भवन है जहाँ वर्तमान में भारत की संसदीय कार्यवाही होती है। इसका निर्माण सं 1921 से 1923 के बीच हुआ था।
 |
Sansad Bhavan |
loading...
Post a Comment